मायावती के इस फैसले का असर मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनाव पर तो दिखेगा ही, 2019 के चुनाव में महागठबंधन का खेल भी ये बिगाड़ सकता है. मायावती ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव में कांग्रेस से किसी भी प्रकार का गठबंधन करने से इनकार कर दिया है.
मायावती ने कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए गठबंधन से साफ इनकार कर दिया है. आज उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान में अलग चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. मायावती ने अपने इस फैसले के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है.
उन्होंने साफ कहा कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में उनकी पार्टी कांग्रेस से तालमेल किसी भी कीमत पर नहीं करेगी. मायावती पहले ही छत्तीसगढ़ में जोगी की पार्टी से हाथ मिला चुकी हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीएसपी अकेले अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी.
दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक समाचार चैनल से इंटरव्यू में इशारों में कहा था कि मायावती पर सीबीआई और ईडी का दबाव है, जिसकी वजह से वह कांग्रेस के साथ नहीं आ रही हैं. उन्होंने कहा कि वह मायावती का सम्मान करते हैं और उनकी मजबूरी भी समझते हैं. साथ ही उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश में गठबंधन की जिम्मेदारी कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की है.
मायावती के इस फैसले का असर न सिर्फ आसन्न विधानसभा चुनावों में दिखेगा, बल्कि 2019 में होने वाले आम चुनाव के समीकरणों पर भी रहेगा. कांग्रेस समेत कई दल मिलकर 2019 में मोदी का मुकाबला करने के लिए महागठबंधन बनाने का दंभ भर रहे हैं, लेकिन मायावती का ये फैसला इस पर भारी पड़ सकता है.
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