गया : बारिस नहीं होने से धान की फसल जल रही है। इसलिए सरकार तीन के बजाय अब पांच बार
गया : बारिस नहीं होने से धान की फसल जल रही है। इसलिए सरकार तीन के बजाय अब पांच बार किसानों को डीजल अनुदान की राशि देगी। फसल बीमा के तहत भी राशि दी जाएगी।
यह कहना है कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार का। उन्होंने बुधवार को गांधी मैदान स्थित प्रमंडल स्तरीय रबी महाअभियान सह महोत्सव कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस दौरान किसानों के बीच मसूर, राई एवं सरसों मिनी कीट का भी वितरण किया गया। वहीं पपीते के रेड लेडी प्रजाति के पौधों के वितरण की भी शुरुआत की गई। मंत्री ने भूमि सरंक्षण विभाग की 46.48 लाख रुपये की योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि बारिस नहीं होने से धान की फसल को नुकसान पहुंच रही है। फसल को बचाना किसानों, पदाधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों के लिए एक चुनौती है। पंजीकरण कराकर बिना प्रीमियम भुगतान किए हुए फसल बीमा योजना का किसान लाभ ले सकते हैं। राज्य के 17 जिले सूखे से ग्रस्त है। इनमें प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्प्रींकलर एवं ड्रिप पर किसानों को 75 फीसद अनुदान दिया जाता रहा है, जिसे सरकार अब बढ़कर 90 फीसद करने जा रही है। इससे अधिक से अधिक किसान योजना का लाभ उठा सकेंगे। मशीन से 60 फीसदी पानी की बचत होगी।
इस मौके पर डॉ. ब्रजेश कुमार, श्री संजय कुमार, संतोष कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार सिन्हा, शिवदत्त कुमार सिन्हा, नीरज कुमार वर्मा आदि मौजूद थे।
युवा किसानों का होगा
मंत्री ने कहा कि युवा किसानों को 23 प्रकार के व्यावसायिक प्रशिक्षण दिए जाएंगे। उनका कौशल विकास भी किया जा रहा है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बागवानी फसल योजना चलाई जा रही है ताकि उपज का सही मूल्य मिल सके। मंत्री ने कहा कि किसानों की सुविधा को लेकर पंचायतों में कृषि कार्यालय खोलने के लिए राशि जिलों को उपलब्ध करा दी गई है।
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